Here is my first poem, which came spontaneously without much effort। I was so amazed by this creation, and couldn't believe that I can also be a poet. Love can transform you, and is full of never ending wonders.
सोचता हूँ कि क्या लिखू इस ख़त में तुम्हे ;
कि कुछ लिखने से पहले , दिल कि बात तुम तक पहुच जाती है .
(I am thinking what should I write to you in this letterBefore I could writing anything, the message from my heart reaches you)
दिल में जो छिपे हुए थे जो अरमान ,
जाने क्यों उनकी पूरे होने की आस जगने लगी है .
(All my dreams that were hidden in my heart
Don't know why they seem to be coming true )
तू जितनी दूर है मुझसे , पर फिर भी दिल के पास लगती है
(You are so far from me, yet you are so much closer to me )
ना जाने क्या हो गया है मुझे तेरे मिलने के बाद
जिधर देखो तू ही तू नज़र आती है
(Don't know what has happened to me after I met you
Everywhere I see you only)
इस दुनिया मैं अनगिनत लोग हैं ,
पर मुझे सिर्फ तू ही क्यों अपनी लगती है .
(Uncountable are the number of people in this world
Yet why do you alone seems mine)
परवाह नहीं मुझे इस जमाने के कहने सुनने की ,
बस तू साथ ना छोड़ना , यहीं गुज़ारिश है
तू अगर मेरे साथ है , तो कोई गम नहीं ,
और अगर तू नहीं , तो फिर कुछ भी नहीं है
(I don't care about this world and what it says or hears
Please don't leave me, this is my request
If you are with me, then there is no sorrow
And if you are not there, then there is nothing )
सोचता था बहुत देख ली जिंदगी मैंने ,
तुझे देख के लगा की आज जिंदगी से मुलाक़ात हो गयी है .
( I thought that I have seen the world well enough
When I saw you that I have met life today)
इतना प्यार जो पा रह हू तुमसे , सोचता हूँ की क्या इस प्यार के काबिल ये शक्श है ,
पर ये सोच के खुश हो लेता हूँ , कि मुझे प्यार देने वाला भी तो मेरा ही अक्स है (So much love that I am getting from you, do I deserve that much love
Then I feel happy by thinking that the person giving love is also an image of mine)